हिंदी गद्य का उद्भव और विकास
आचार्य रामचन्द्र शुक्ल ने हिंदी साहित्य के इतिहास को चार कालखंडों में बांटा है | चतुर्थक कालखंड को गद्य की प्रमुख होने के कारण गद्यकाल नाम दिया है।और इसकी समय सीमा सन् 1843 से 1923 ई० स्वीकार की है। आधुनिक काल के लिए जो विभिन्न नाम दिए गए हैं, वे इस प्रकार है- गद्यकाल- आचार्य […]
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