भारतेन्दु- भारत दुर्दशा-यथार्थ बोध।
भारत दुर्दशा नाटक नाटक नाटककार: भारतेंदु हरिश्चंद्र प्रकाशन: 1880ई o प्रकार: एक नाट्यरासक शैली: प्रतीकात्मक व्यंग्यात्मक कुल अंक: 6 विशेषता: यह नाटक भारत की तत्कालीन यथार्थ दशा से परिचित कराता है विषय: हिंदी का पहला राजनैतिक नाटक के पात्र नाटक के पात्र भारत दुर्दैव : देश के विनाश का मूल आधार, किस्तानी आधा मुसलमानी वेशधारी भारत: […]
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