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- जन्मकाल=1533- 1583
- ड़ा० नागेन्द्र के अनुसार इनका जन्म 1533 ई० में सूकर क्ष्रेत्र के रामपुर में हुआ था |
- अष्टछाप के कवियों में सूरदास के बाद नंददास का स्थान काव्य सौष्ठ्य और भाषा की प्रांजलता के लिए जाना जाता है |
- अष्टछाप कवि नंददास के गुरु विट्ठलनाथ जी थे |
- सूरदास के सम्पर्क में आकर इनका शास्त्रमोह भंग हो गया |
- नंददास को जडिया कहा गया है- और कवि गढ़िया, नंददास जडिया |
- हिंदी के समस्त भ्रमरगीतों में नंददास के भंवरगीत दार्शनिक दृष्टि से सर्वश्रेष्ठ |
- इनके प्रमुख ग्रन्थ=अनेकार्थमंजरी, मानमंजरी, रास पंचाध्यायी, भंवरगीत सिद्धांतपंचाध्यायी, नंददासपदावली आदि |
उदहारण
- ताही छीन उडूराज उदित रस रास सहायक | कुंकुम-मंडित-बदन प्रिया जनु नागरि नायक ||
- नव मर्कत मनि स्याम कनक मनिगम ब्रजबाला | वृदावन को रीझि मनहुं पहिराइ माला ||