अरस्तू का विरेचन का सिद्धांत
प्लेटो ने काव्य पर आरोप लगाया था कि काव्य हमारी वासनाओं का दमन करने की बजाय उन्हें पोषित करता है।अरस्तू ने उत्तर दिया- “काव्य के अनुशीलन और प्रेक्षण से अतिरिक्त मनोविकार विरेचित होकर शमित और परिस्कृत हो जाते है।” अरस्तू मानते हैं कि काव्य मानवीय वासनाओं का दमन नहीं करता, पोषण ही करता है, […]
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