क्रोचे का अभिव्यंजनावाद
अभिव्यंजनावाद का प्रारम्भ पाश्चात्य देशों में हुआ है। शैली को प्रभावित प्रदान करने वाले यूरोप में दो वाद प्रचलित हुए-एक तो अभिव्यंजनावाद और दूसरा कलावाद। अभिव्यंजना को महत्त्व प्रदान करने वालों में वेन्देतो क्रोचे का नाम आता है। डा. गोविन्द त्रिगुणायत ने यह प्रमाणित किया है कि अभिव्यंजनावाद का बीजारोपण पाश्चात्य देशों में हुआ। उन्होंने […]
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