भाषा वह साधन जिसके द्वारा हम अपने विचारों को बोलकर , लिखकर या संकेत द्वारा प्रकट करते हैं और इसी प्रकार से दूसरों के द्वारा प्रकट विचारों को समझते हैं | दुनिया में अनेक प्रकार की भाषाएँ हैं कुछ ऐसी जिसे पढ़ा समझा जा सकता है जैसे- हिंदी आदि , कुछ ऐसी जो अभी तक पढ़ी नहीं जा सकीं हैं जैसे-सिन्धु सभ्यता की भाषा |
भाषा के तीन प्रकार होते हैं – 1. मौखिक भाषा ( मुँह से बोली जाने वाली) 2. लिखित भाषा (लिखकर प्रकट करने वाली) 3. सांकेतिक भाषा ( संकेत द्वारा प्रकट करने वाली)