राघव ! माधव ! सीता ! ललिता! आओ विमान बनाएँ | नीले, विशाल, निर्मल गगन में वायु की सैर करें। उन्नत वृक्षों भवनों को पार करके निश्चय ही आकाश में जाये। हिम युक्त सोपान (सीढ़ी) से चंद्रलोक में प्रवेश करें। शुक्र, चंद्रमा, सूर्य, गुरु आदि सभी ग्रहों की गणना करें। विभिन्न प्रकार के सुंदर तारों को चुनकर मोतियों का हार बनाएँ। बादलों की माला और आकाश की सुंदरता को लेकर ही लौटें। दुखी-पीड़ित किसानों के घरों में खुशियाँ पैदा करें।