- राधा कृष्ण की लीलाओं का वर्णन
- रीति तत्व, आनंद, उल्लास और श्रृंगार, नायिका भेद और अलंकार
- प्रेममयी भक्ति या प्रेम लक्षणा भक्ति
- जीवन के प्रति आवश्यक राग-रंग
- प्रकृति चित्रण (ब्रजभूमि, राधा-कृष्ण के सौन्दर्य का चित्रण)
- अलंकार (उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा, विभावना, असंगति आदि)
- छंद योजना( दोहा चौपाई का प्रयोग)
- रस योजना श्रृंगार रस, वात्सल्य रस
- भाषा शैली-माधुरी, सरसता, कोमलता आदि गुण