हर प्रकार की हिंदी परीक्षाओं और प्रतियोगताओं के लिए उपयोगी
परिस्थितियां
राजनीतिक परिस्थिति-युद्ध और अशांति का काल, हर्षवर्धन की मृत्यु के बाद छोटे स्वतंत्र ( परमार, चौहान,चंदेल) राज्यों का उदय
राजनीतिक अन्तः क्लेश के कारण शक्ति क्षीण, महमूद गजनबी(10 वीं सदी), मुहम्मद गोरी (12 वीं सदी) का आक्रमण
8-14 वीं सदी तक यह काल युद्ध, संघर्ष, अशांति, अराजकता, गृहक्लेश, विद्रोह का काल
धार्मिक परिस्थिति-वैदिक, बौद्ध और जैन धर्म प्रभाव के लिए प्रयासरत, उतर भारत में धीरे-धीरे शैव मत बौद्धों एवं स्मार्तों के प्रभाव को ग्रहण करता हुआ एक नए रूप नाथ सम्प्रदाय में विकसित हो रहा था |
बौद्ध वज्रयान से सिद्धों का उदय-अशिक्षित जनता पर अधिक प्रभाव- इसकी प्रतिक्रिया स्वरूप नाथों का उदय-योग पर बल, बह्याडम्बरों का विरोध
खंडन-मंडन , हठयोग, वीरता एवं श्रृंगारपरक रचनाओं का निर्माण
सामाजिक परिस्थिति-जनता शासन तथा धर्म दोनों और से निराश्रित
वर्ण व्यवस्था व ब्राहमणों के वर्चस्व में कवि
सती प्रथा, राजा, सामंत लोग रंगरंग्लियों में व्यस्त थे